Suhani Bhatnagar

By sonukhichi Feb 18, 2024
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सुहानी के शरीर पर पहले थे लाल चकत्ते: मां बोली- अधूरा man rahe gaya  बेटी ka

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Suhani Bhatnagar’s Death:

पिता पुनीत भटनागर ने बताया कि उनकी बेटी को डर्मेटोमिोसिसॿसिसिस नामक बीमॾस्सिसिस नामक बीरा दो माह पहले मेटी के हाथ पर हाल दाग बन गया था। उन्हें लगा कि बेटी को एलर्जी हुई है जिसके बाद उन्होंने फरीदाबाद के कई बड़े अस्पतालों में इलाज कराया, लेकिन के किसी भी अस्पताल के डॉक्टर बीमारी को नहीं पकड़ पाए।

सेक्टर 17 की रहने वाली सुहानी भटनागर ने दंगल फिल्म से दंगल गर्ल के किरदार से अपना करियर शुरू किया था। शनिवार सुबह सुहानी के निधन की खबर मिलते ही शहरवासी शोक में डूब गए। सुहानी के परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए आसपास के लोग आने लगे। उस समय सुहानी के माता-पिता ने मीडिया से कहा कि छह साल की उम्र में उसने दंगल फिल्म की थी। तब से उनकी बेटी को दंगल गर्ल कहा जाता था। मां पूजा भटनागर ने बताया कि उनकी बेटी को शुरू से मॉडलिंग और एक्टिंग करना अच्छा लगता था।

Suhani Bhatnagar died last Friday at the age of 19

 

इसके बाद उनकी बेटी को दिल्ली में एक इंटरव्यू के लिए बुलाया गया। जहां एक हजार बच्चों में से उनकी बेटी के अलावा एक और बच्चा चुना गया था। फिर बेटी ने दंगल में बबीता फोगाट की भूमिका निभाई। उनका कहना था कि उनकी बेटी ने एक्टिंग में रुचि रखने के बावजूद मास कम्युनिकेशन (जर्नलिज्म) की पढ़ाई की। फरीदाबाद में मानव रचना शिक्षण संस्थान में वह द्वितीय वर्ष में थी।। उसका सपना था कि वह पढ़ाई के बाद अपने एक्टिंग के करियर को आगे बढ़ाएगी, लेकिन उनकी बेटी का सपना पूरा नहीं हो पाया। उनकी मौत से पूरा परिवार बेहद दुखी है। दो माह पहले ही हुई थी

डर्मेटोमायोसिटिस नामक बीमारी पिता पुनीत भटनागर ने बताया कि उनकी बेटी को डर्मेटोमायोसिटिस नामक बीमारी थी। दो माह पहले बेटी के हाथ पर लाल दाग बन गया था। उन्हें लगा कि बेटी को एलर्जी हुई है जिसके बाद उन्होंने फरीदाबाद के कई बड़े अस्पतालों में इलाज कराया, लेकिन के किसी भी अस्पताल के डॉक्टर बीमारी को नहीं पकड़ पाए। जब हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो बीते मंगलवार को उन्होंने अपनी बेटी को दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज की भर्ती कराया था, लेकिन वहां भी उनकी बेटी की हालत में सुधार नहीं हुआ और धीरे-धीरे शरीर में पानी भरने लगा। इसके चलते फेफड़े खराब हो गए और इस दुनिया अलविदा कह दिया।

Suhani Bhatnagar hospital

फ़रीदाबाद में जन्मे अभिनेता ने 2016 की जीवनी नाटक में एक पहलवान के बारे में अभिनय किया, जो अपनी दो बेटियों को सफलता के लिए प्रेरित करता है।
ज़ायरा वसीम ने युवा गीता की भूमिका निभाई, और भटनागर ने बबीता की। फातिमा सना शेख और सान्या मल्होत्रा ने पात्रों का वयस्क संस्करण किया। आमिर खान ने अपने पिता महावीर फोगट का किरदार निभाया।
Khan Production House ने भटनागर के निधन पर सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया।
अपनी सुहानी के निधन की खबर सुनकर हमें बहुत दुख हुआ। हम उनकी मां पूजाजी और पूरे परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। ऐसी युवा प्रतिभाशाली लड़की, ऐसी टीम खिलाड़ी, “दंगल” सुहानी के बिना पूरी नहीं होती

अपनी सुहानी के निधन की खबर सुनकर हमें बहुत दुख हुआ। हम उनकी मां पूजाजी और पूरे परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। ऐसी प्रतिभाशाली युवा लड़की की टीम में उपस्थिति बिना “दंगल” सुहानी अधूरी होती।

“सुहानी, आप हमेशा हमारे दिलों में एक सितारा बनी रहेंगी,” आमिर खान प्रोडक्शंस ने एक्स पर पोस्ट किया। आपके मन को शांति मिली।”

फिल्म के निर्देशक नितेश तिवारी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।

“सुहानी का निधन बिल्कुल चौंकाने वाला और हृदय विदारक है,” उन्होंने कहा। वह बहुत प्रसन्न और जीवन से भरपूर थीं। मैं उनके परिवार के प्रति बहुत भावुक हूँ।”

सुहानी ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए अभिनय से छुट्टी ले ली।

 

 

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